प्रश्न - हिंदी साहित्य का प्रवेश द्वार किस युग को माना गया है?
- उत्तर - भारतेंदु युग और हिंदी साहित्य का प्रवेश द्वार माना गया है।
प्रश्न भारतेन्दुयुगीन काव्य की विशेषताएं लिखिए।
- उत्तर - भारतेन्दुयुगीन काव्य की विशेषताएँँ हैं -
- इस युग के कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से राष्ट्रीय भावना का बीजारोपण किया।
- इस युग के कवियों ने समाज में व्याप्त अंधविश्वास एवं सामाजिक रूढ़ियों को दूर करने हेतु कविताएँँ लिखी।
- इस युग के काव्य में पश्चिमी सभ्यता, विदेशी शासन तथा सामाजिक अंधविश्वासों पर कटु व्यंग किए गए हैं।
- इस काव्य में अँँग्रेजी भाषा तथा अँँग्रेजी शिक्षा का विरोध व्यक्त है।
- इस युग में मुक्तक और प्रबंध दोनों काव्य रूपों का प्रयोग हुआ है।
- इस युग में मौलिक लेखन के साथ-साथ संस्कृत तथा अंग्रेजी से काव्यानुवाद भी हुआ है।
प्रश्न - भारतेन्दु युग के प्रमुख कवियों के नाम लिखिए।
- उत्तर - भारतेन्दु युग के प्रमुख कवियों के नाम इस प्रकार हैं - भारतेन्दु हरिश्चंद्र, बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमधन', प्रताप नारायण मिश्र, जनमोहन सिंह, अंबिकादत्त व्यास, राधाचरण गोस्वामी आदि।
प्रश्न - द्विवेदीयुगीन काव्य की विशेषताएँँ लिखिए।
- उत्तर - द्विवेदी युगीन काव्य की निम्नलिखित विशेषताएं हैं -
- इस युग में देशभक्ति विषयक कविताएं लिखी गई।
- अंधविश्वासों और रूढ़ियों का विरोध किया गया।
- इस युग के काव्य में वर्णनात्मकता अधिक है।
- इस युग के काव्य में मानव मात्र के प्रति प्रेम की भावना विशेष रूप से मिलती है।
- इस काव्य में प्राकृतिक के अत्यंत रमणीय चित्र खींचे गए हैं।
- इस युग के काव्य में खड़ी बोली के परिनिष्ठित रूप का प्रयोग हुआ है
- उत्तर - द्विवेदी युग के प्रमुख कवियों के नाम है -
- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
- मैथिलीशरण गुप्त,
- रामनरेश त्रिपाठी,
- माखनलाल चतुर्वेदी,
- महावीर प्रसाद द्विवेदी आदि।
- उत्तर - आधुनिक काल को निम्नलिखित पाँँच युगों में विभाजित किया गया है -
- भारतेंदु युग सन - 1868 से 1930 ई. तक।
- द्विवेदी युग - सन 1930 से 1916 ईस्वी तक।
- छायावादी युग - सन् 1916 से 1936 ईस्वी तक।
- प्रगतिवादी युग - सन 1936 से 1943 तक।
- प्रयोगवाद और नई कविता का युग - सन 1943 से आज तक।
- उत्तर - कविता के आधुनिक युग का नाम भारतेंदु युग है। इस युग के प्रमुख कवि भारतेन्दु हरिश्चंद्र थे।
प्रश्न - आधुनिक काल की कविता की प्रमुख विशेषताएँँ लिखिए।
- उत्तर - आधुनिक काल की कविता की प्रमुख विशेषताएँँ इस प्रकार हैं -
- यथार्थपरक दृष्टिकोण।
- परिवेश के प्रति जागरूकता।
- रूढ़ियों और शोषण के प्रति विद्रोह।
- स्वदेश - प्रेम।
- नारी के प्रति परिवर्तित दृष्टिकोण।
- विभिन्न वादों की प्रधानता।
- खड़ी बोली का प्रयोग।
- भाषा, शैली तथा विषयों में नए प्रयोग।
- विभिन्न वादों से संबंधित काव्य - रचना।
- उत्तर - छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँँ यह है -
- मुक्त प्रेम - भावना से पूर्ण।
- काव्य में कल्पना तत्व की प्रधानता।
- सजीव प्रकृति चित्रण, मानवीकरण का प्रयोग।
- व्यक्तिगत अनुभवो की अभिव्यक्ति।
- भाषा लाक्षणिक तथा कोमलकांत पदावली का प्रयोग है।
- नारी एवं मानवता के प्रति सम्मान का भाव व्यक्त है।
- मुक्तक तथा प्रबंध दोनों शैलियों का प्रयोग हुआ है।
- उत्तर - छायावाद और रहस्यवाद में निम्नानुसार अंतर है -
- छायावाद में कल्पना की प्रधानता है, जबकि रहस्यवाद में चिंतन की प्रधानता है।
- छायावाद में भावना की प्रधानता है, किंतु रहस्यवाद में बुद्धि तत्व की प्रधानता है।
- छायावाद प्राकृतिक मुलक है, परंतु रहस्यवादी की प्रकृति दार्शनिक है ।
प्रश्न - छायावाद किसे कहते हैं?
- उत्तर - "स्थूल के प्रति सूक्ष्म का विद्रोह ही छायावाद है।" - डॉक्टर नागेंद्र।
कुछ विद्वानों ने प्रकृति पर चेतना के आरोप को छायावाद कहा है।
प्रश्न - छायावाद की समय - सीमा बताइए।
- उत्तर - छायावाद की समय - सीमा सन 1919 से 1939 तक मानी गई है।
प्रश्न - छायावाद के प्रमुख कवियों के नाम लिखिए।
- उत्तर - छायावाद के प्रमुख कवि हैं -
- जयशंकर प्रसाद,
- सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला',
- सुमित्रानंदन पंत, और
- श्रीमती महादेवी वर्मा।
- उत्तर - छायावाद का प्रमुख महाकाव्य महाकवि श्री जयशंकर 'प्रसाद' द्वारा रचित कामायनी है।
प्रश्न - छायावादी काव्य की हास्य के कारण बतलाइए।
- उत्तर - छायावादी काव्य के हास्य के यह कारण थे -
- पलायनवादी प्रवृत्ति।
- यथार्थ से विमुखता।
- कल्पना तत्व का आधिक्य।
- भाषा की अति लाक्षणिकता।
- निराशा मूलक दृष्टिकोण।
- उत्तर - प्रतिवादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँँ इस प्रकार हैं -
- प्रगतिवादी काव्य में बौद्धिकता अधिक होना।
- पूँँजीवाद का विरोध।
- शोषितों, निम्नवर्ग के प्रति गहरी सहानुभूति।
- सामाजिक एवं धार्मिक रूढियों का विरोध।
- भाषा सरल एवं सुबोध।
- साम्यवाद का समर्थन।
- शैली व्यंग्यात्मक और आलोचनात्मक है।
- उत्तर - प्रगतिवादी प्रमुख कवि हैं - नागार्जुन, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला', रामधारीसिंह 'दिनकर', डॉ. शिवमंगल सिंह 'सुमन' भवानी प्रसाद 'मिश्र: आदि।
प्रश्न - प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँँ लिखिए।
- उत्तर - प्रयोगवाद की प्रमुख विशेषताएँँ ये हैं -
- प्रयोगवादी कविताएँ अतुकान्त, स्वच्छन्द एवम् लंबी होती हैं।
- इसमें अतियथार्थ का चित्रण है।
- इस काव्य में कुण्ठा, निराशा, विद्रोह आदि का स्वर प्रधान है।
- भाषा सशक्त एवं अभिव्यंजना मूलक है।
- नये अलंकार, नए बिम्ब - विधान, नए दृष्टिकोण हैंं।
- उत्तर - सन् 1943 में कवि आज्ञेय जी ने 'तार - सप्तक' नामक एक काव्य संकलन प्रकाशित किया। इसमें नवीन उपमाओं, नए बिम्ब - विधान, अलंकार एवं छन्द - विधान का प्रयोग किया गया। इस प्रयोगवादी प्रवृत्ति पर आधारित काव्य - रचना से प्रेरित होकर ही प्रयोगवादी काव्य का प्रारंभ हुआ।
- उत्तर - तार-सप्तक का अभिप्राय सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय द्वारा सम्पादित उस ग्रंथ से है, जिसमें 7 प्रयोगवादी नए कवियों की कविताओं का संकलन किया गया है। इस रचना का प्रकाशन सन् 1943 में हुआ था। तार - सप्तक की कविताएँ प्रयोगवादी काव्यधारा से सम्बनि्धत हैै।
- उत्तर - प्रसिद्ध प्रयोगवादी कवि है - अज्ञेय, गजानन माधव 'मुक्तिबोध', डॉक्टर जगदीश गुप्त, केदारनाथ सिंह, धर्मवीर भारती आदि हैं।
- उत्तर - नई कविता प्रयोगवादी कविता का विकसित रूप है।
- उत्तर - नई कविता और गीत की संकर या मिश्रित सृष्टि को 'नवगीत' कहते हैं। प्रमुख नवगीतकार हैं - वीरेंद्र मिश्र, रमानाथ अवस्थी, उमाकांत मालवीय, सोम ठाकुर, रमेश रंजक, नईम आदि।
- उत्तर - नयी कविता की प्रमुख विशेषताएँँ निम्नलिखित हैं -
- नई कविता में बुद्धि तत्व की प्रधानता है।
- इसमें नवीन प्रतीकों का प्रयोग किया गया है।
- यौन भावनाओं की मुक्त अभिव्यक्ति है।
- मानसिक कुंठाओ और संत्रास की अभिव्यक्ति है।
- रस, छन्द और अलंकारों का तिरस्कार किया गया है।
- पलायन की प्रवृत्ति प्रबल है।
- उत्तर - कवि रचनाएँँ
- अज्ञेय - हरी घास पर क्षण भर
- मुक्तिबोध - मुझे कदम-कदम पर
- धर्मवीर भारती - ठंडा लोहा
- भवानी प्रसाद मिश्र - गीत फरोश
- गिरिजाकुमार माथुर - धूप के धान
- उत्तर - सरस्वती पत्रिका के संपादक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी थे।
प्रश्न - रहस्यवाद किसे कहते हैं? परिभाषा लिखिए।
- उत्तर - आचार्य शुक्ल के अनुसार, "चिंतन के क्षेत्र में जो अद्वैतवाद है, भावना के क्षेत्र में वही रहस्यवाद है।"
श्री मुकुटधार पाण्डे के मत में, - "प्रकृति में सूक्ष्म सत्ता का दर्शन ही रहस्यवाद हैं।"
प्रश्न - रहस्यवाद की प्रमुख विशेषताएँँ लिखिए।
प्रश्न - रहस्यवाद की प्रमुख विशेषताएँँ लिखिए।
- उत्तर - रहस्यवाद की प्रमुख विशेषताएँँ इस प्रकार हैं -
- रहस्यवाद में आलौकिक सत्ता के प्रति जिज्ञासा, प्रेम व आकर्षण के भाव व्यक्त हैं।
- आत्मा को परमात्मा की विरहणी मानते हुए उससे विरह व मिलन के भाव व्यक्त किए गए हैं।
- सृष्टि का सृष्टिकर्ता के प्रति जिज्ञासा के भाव व्यक्त हैं।
- प्रतीकों के माध्यम से भावों को अभिव्यक्त किया गया है।
- उत्तर - लोकगीत, लोक - मानस के भावों और विचारों को प्रकट करने वाली सक्षम विधा है। येे लोकगीत स्वतंत्र रूप से भी गाए जाते हैं और नृत्य तथा नाटकों के आयोजन में भी गाए जाते हैं। इन लोकगीतों में जीवन का उल्लास, विषाद, भक्ति - भावना, हास्य - व्यंग प्रेम, प्रकृति, आक्रोश आदि भावों का समावेश रहता है।
- उत्तर - लोकगीतों की निम्नलिखित विशेषताएँँ होती हैं -
- लोकगीत सरल, सरस, सुबोध और मर्म - स्पर्शी होते हैं।
- ये जन - जीवन से संबंधित होते हैं।
- ये गीत हमें समूह या एकता के सूत्र में बाँँधते हैं।
- इसके माध्यम से हम विभिन्न अँँचलों की संस्कृतियों से परिचित होते हैं।
- लोकगीतों में भारतीय संस्कृति के तत्व रहते हैं।
- ये गीत हमारे भावों को परिष्कृत कर हमें त्वरित शक्ति या ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- लोकगीतों की सरस लय हमारे जीवन में सरसता जगाती है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न - निम्नलिखित में से कौन सा कवि छायावादी है?(अ) हरि औध (ब) श्रीधर पाठक (स) महादेवी वर्मा (द) मैथिलीशरण गुप्त।
उत्तर - महादेवी वर्मा
प्रश्न - छायावादी कवि नहीं है -(अ) महादेवी वर्मा (ब) जयशंकर प्रसाद (स) रामधारी सिंह 'दिनकर' (द) महादेवी वर्मा
उत्तर - रामधारी सिंह 'दिनकर'
प्रश्न - प्रकृति के सुकुमार कवि कहलाते हैं -(अ) निराला (ब) पंत (स) प्रसाद (द) महादेवी
उत्तर - पंत
प्रश्न - प्रगतिवाद का मुख्य आधार है -(अ) प्रजातंत्र (ब) राष्ट्रीयता (स) समाज सुधार (द) साम्यवाद।
उत्तर - साम्यवाद
प्रश्न - प्रगतिवादी कवि हैं -(अ) निराला (ब) प्रसाद (स) अज्ञेय (द) महादेवी वर्मा।
उत्तर -निराला
प्रश्न - प्रयोगवाद की विशेषता है -(अ) प्रकृति वर्णन (ब) विद्रोह व क्रांति (स) अति भावुकता (द) नवीनता के प्रति आग्रह।
उत्तर - नवीनता के प्रति आग्रह
प्रश्न - तार सप्तक के प्रवर्तक हैं -(अ) नरेंद्र शर्मा (ब) भवानी प्रसाद मिश्र (स) अज्ञेय (द) धर्मवीर भारती।
उत्तर - अज्ञेय
प्रश्न - निम्न में प्रयोगवादी कवि कौन है - (अ) भूषण (ब) बिहारी (स) पंत (द) अज्ञेय
उत्तर - अज्ञेय
प्रश्न - किस युग को हिन्दी साहित्य का प्रवेशद्वार माना गया है?(अ) भारतेंदु युग (ब) द्विवेदी युग (स) प्रगतिवादी युग (द) प्रयोगवादी युग
उत्तर - भारतेन्दु युग