विरामादि चिन्ह किसे कहते है?


विराम चिन्ह

विराम का अर्थ है - रुकना, ठहरना, विश्राम करना। बोलते समय वक्ता को अपनी बात स्पष्ट करने के लिए बीच-बीच में कुछ स्थानों पर रुकना पड़ता है। लिखते समय उन स्थानों को प्रकट करने के लिए जिन विशेष चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, उन चिन्हों को "विरामादि चिन्ह" कहते हैं।
 प्रमुख विरामादि चिन्ह निम्नानुसार हैं -
  1. अल्पविराम (Comma) (,)

पढ़ते समय जहां पर थोड़ी देर रुकना हो, वहां पर 'अल्पविराम' का प्रयोग होता है।  जैसे -
  1. वह ईमानदार, परिश्रमी और मृदुभाषी है।
  2. हां, मैं सत्य कहता हूं।
  3. आप पुराने मित्र हैं, हितैषी हैं, इसीलिए मैं आपसे कुछ अपेक्षा करता हूंँ।
  4. मित्र, मेरा कहना मान लो।

2. अर्दविराम (Semi - Colon) (;)

जहाँँ पर वक्ता को अल्पविराम से कुछ अधिक समय रुकना हो, वहां पर अर्दविराम का प्रयोग होता है। जैसे -
  1. आप हमारे घर आइए; ठहरिए; मौज - मस्ती कर आनंद लीजिए।
  2. रानी, मोहिनी, सोनल आदि भी घर आई थी; ये सब अब बाजार गए हैं।

 3 पूर्ण विराम (Full Stop) (।)

यह चिन्ह वाक्य के अंत में प्रयोग आता है। जैसे
  1. मैं पुस्तक पढ़ता हूँँ।
  2. मेरे पिताजी एक शिक्षक हैं।
  3. पक्षी आकाश में उड़ता है।

 4 प्रश्नचिन्ह (Mark of Interrogation) (?)

प्रश्न सूचक चिन्ह ऐसे वाक्य के अंत में प्रयोग में आता है, जहाँँ पर कोई प्रश्न किया जाता है। जैसे
  1. आपका नाम क्या है?
  2. आप क्या करते हैं?
  3. क्या आप समाचार - पत्र पढ़ते हैं?

 5 विस्मयादिबोधक चिन्ह (Mark of Exclamation) (!)

 जिस वाक्य में कोई मनोभाव व्यक्त हो, उसके अंत में विस्मयादिबोधक चिन्ह का प्रयोग होता है। जैसे
  1. ओह ! यह क्या हुआ।
  2. वाह ! यह भी कोई निर्णय है।
  3. गुलाब का फूल कितना सुंदर होता है !
  4. हाय राम ! मैं तो लुट गया।

 6 निर्देशक चिन्ह (Dash) (-)

 अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए या उदाहरण देने के लिए  निर्देशक चिन्ह का प्रयोग होता है। जैसे
  1. उसने पूछा - तुम कहाँँ थे?
  2. गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है - कर्म करो।

7 विवरण चिन्ह (Sign of Following) (:-)

 जब किसी बात का उत्तर या उदाहरण अगली पंक्ति में देना होता है, तब 'विवरण चिन्ह' का प्रयोग होता है। जैसे
  1. वचन के दो भेद हैं :-

8 लाघव चिन्ह (Sing of Abbreviation) (•)

किसी शब्द का संक्षिप्त रूप बनाने के लिए लाघव चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।जैसे
  1. विक्रम विश्वविद्यालय (वि•वि•वि•)
  2. मास्टर ऑफ आर्ट्स (एम•ए•)

9 योजक चिन्ह (Hyphen) (-)

समस्त पदों या पुनरुक्त शब्दों को जोड़ते समय योजक चिन्ह का प्रयोग होता है। जैसे
  1. सुख-दुख, दिन-रात, अच्छे-अच्छे।

 10 त्रुटिसूचक चिन्ह (Sign of Mistake) (^)

 वाक्य में गलती से जब कुछ छूट जाता है, तब त्रुटि सूचक चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। इस चिन्ह के द्वारा त्रुटि को दर्शाया जाता है। जैसे
                        पत्र                             तुम्हारा
   1 मोहन ने मुझे ^लिखा था।  2  मुझे कल ^ पत्र मिला।

11 उद् धरण चिन्ह (Inverted Commas) (" ")

किसी के कथन को ज्यों का त्यों उद् धृत करने के लिए इस चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। जैसे
  1. तिलक ने कहा था, "स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है।"
  2. सुभाष चंद्र बोस ने कहा था,  "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा।"

 12 कोष्ठक चिन्ह (Brackets) ( ) 

इस चिन्ह का प्रयोग क्रम सूचक अंकों या अक्षरों के साथ होता है। जैसे
  1. (अ), 
  2. (ब),
  3. (स) ।
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