कंप्यूटर शिक्षा
रूपरेखा - (1) प्रस्तावना (2) विज्ञान की महत्वपूर्ण देन (3) कंप्यूटर है क्या, (4) कंप्यूटर के उपयोग, (5) उपसंहार
प्रस्तावना -
आधुनिक ज्ञान-विज्ञान ने आज के मनुष्य को दैनिक उपयोग में आने वाले कई तरह के महत्वपूर्ण आविष्कार प्रदान किये हैं। यह सरलता से कहा जा सकता है कि कंप्यूटर उनमें से अभी तक का अत्यंत उपयोगी अविष्कारक है जिसने आज के व्यस्त मानव को अनेक प्रकार की सुविधाएँँ और सरलताएँँ प्रदान की है। पहले व्यक्ति को जिन अनेक कामों को करने के लिए घण्टों परेशान होना पड़ता था, आज कंप्यूटर की मदद से पल में पूरे हो जाते हैं। इसके प्रयोग से मानव के बहुत सारे श्रम, समय और शक्ति की बचत हो जाती है, जिनका उपयोग वह अब कोई और काम करने में लगा सकता है।
विज्ञान की महत्वपूर्ण देन -
उपयोगिता एवं उपलब्धियों की दृष्टि से कंप्यूटर आज विज्ञान की एक अत्यंत महत्वपूर्ण देन है। धरती पर विज्ञान की पहुंच केवल वहींं और उन्हीं चीजों तक हो सकती है जिन्हें सरलता से छू या फिर नाप - तौल सकते हैं। अतः विशेषकर नापने, आंकड़े एकत्र करके उनके सुखद या दु:खद परिणाम तुरन्त जान लेने के क्षेत्र में कंप्यूटर ने वास्तव में क्रांति ला दी है। कंप्यूटर की मदद से तत्काल ही यहाँँ - वहाँँ की स्थितियों की जानकारी प्राप्त करके एक साथ कई काम किये जा सकते हैं। इसी कारण इसे महत्वपूर्ण देन माना और स्वीकारा गया है।
कंप्यूटर है क्या ?
इस विषय को जानने की इच्छा होना बड़ा ही स्वाभाविक है। वस्तुतः कंप्यूटर ऐसे यांत्रिक मस्तिष्कों का एक समन्वयात्मक एवं गुणात्मक योग है, जो तेज गति से तथा न्यूनतम समय में त्रुटिहीन गणना आदि कर सकता है। मानव शुरू से ही अपनी गणितीय गणनाओं के लिए गणना - यंत्रों का प्रयोग करता रहा है। इस काम के लिए प्रयोग की जाने वाली प्राचीन मशीनों में 'अबेकस' को प्राचीनतम माना गया है। वर्तमान में तो अनेक प्रकार के जटिल गणना - यंत्र बन गये हैं जो जटिल से जटिल घटनाओं के आकलन भी स्वयं कर लेते हैं। इन सबमें सर्वाधिक त्वरित, शुद्ध और सबसे उपयोगी गणना करने वाला यंत्र कंप्यूटर ही है।
कंप्यूटर का केंद्रीय मस्तिष्क अपने सारे काम संकेतों पर आधारित गणितीय भाषा में ही करता है। अब तो अनेक शब्दों या पाठों को यहां तक की पूरी फाइलों को भी कंप्यूटर के स्मृति भण्डार (मेमोरी) में सुरक्षित रखा जा सकता है। कंप्यूटर के स्मृति - भण्डार में संचित सामग्री को कभी भी इच्छानुसार छापा जा सकता है।
कंप्यूटर के उपयोग -
बैंकिंग और सुरक्षा संबंधी क्षेत्रों के अतिरिक्त उद्योग, व्यापार, उत्पादन, वितरण, परिवहन आदि लगभग सभी क्षेत्रों में आज कंप्यूटर का प्रयोग हो रहा है। इससे न केवल समय की बचत होती है बल्कि काम उन्नत ढ़ंग से तथा अधिक प्रभावशाली ढंग से हो जाता है। कंप्यूटर का व्यापक प्रयोग मुख्यतः जिन क्षेत्रों में हो रहा है, उनका संक्षिप्त परिचय इस प्रकार है -
1 प्रकाशन के क्षेत्र में -
समाचार पत्र और पुस्तकों के प्रकाशन के क्षेत्र में कंप्यूटर अपना विशेष योगदान दे रहे हैं। अब तो कंप्यूटर से संचालित फोटो कम्पोजिंग मशीन के माध्यम से छपने वाली सामग्री को भी टंकित किया जा सकता है। टंकित होने वाली सामग्री को कंप्यूटर के पर्दे (स्क्रीन) पर देखकर उसमें आवश्यक संशोधन भी किया जा सकता है। कंप्यूटर में संचित होने के बाद पूरी सामग्री को एक छोटी सी चुंबकीय 'डिस्क' पर अंकित किया जा सकता है। फोटो कम्पोजिंग मशीन इस 'डिस्क' के अंकीय संकेतों को अक्षरीय संकेतों में बदल देती है, जिससे मुद्रण हो सके।
2 बैंकिंग के क्षेत्र में -
भारतीय बैंकों में खातों के संचालन के लिए कंप्यूटर का प्रारम्भ किया गया है। यूरोप के कई देशों के साथ-साथ भारत में भी घर के निजी कंप्यूटर द्वारा बैंकों से लेन-देन आदि किया जा सकता है। बैंकों में कंप्यूटर का प्रयोग होने से केवल बैंकों का कार्य ही सरल नहीं हुआ है। वरन् सभी के समय की बहुत बचत होती है। बैंकों ने कंप्यूटर की मदद से हाल ही में ए.टी.एम. सुविधा शुरू की है, जिससे कभी भी धन निकासी या जमा की सुविधा उपलब्ध है।
3 अन्य क्षेत्रों में -
सम्भवतः जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें कंप्यूटर का प्रयोग न हो रहा हो अथवा न हो सकता हो। इससे चिकित्सा में शल्य क्रिया व वायुयान एवं रेल यात्रा के आरक्षण की व्यवस्था हो रही है। कम्प्यूटर में संचित विवरण के आधार पर विवाह सम्बन्ध जोड़ने वाले अनेक संगठन हमारे देश में कार्यरत हैं। यहाँँ तक कि कम्प्यूटर से ज्योतिष का व्यवसाय भी आरम्भ हो चुका है।
इसके साथ ही परीक्षाफल के निर्माण, अंतरिक्ष यात्रा मौसम सम्बन्धी जानकारी, सूचना व समाचार के क्षेत्र में, डिजाइनिंग के क्षेत्र में, कला के क्षेत्र में, संगीत के क्षेत्र में, भवन निर्माण के क्षेत्र में, उद्योगों के क्षेत्र में, युद्ध के क्षेत्र आदि में भी कम्प्यूटर प्रणाली सर्वाधिक उपयोगी सिद्ध हो रही है।
उपसंहार -
कम्प्यूटर से गिनाये गये तथा अन्य कई प्रकार के चाहे कितने ही काम क्यों न हो रहे होंं या हो सकते हो; आखिरकार कम्प्यूटर हमारी मदद के लिए है, न कि हमारे ऊपर राज करने के लिए। यदि भविष्य में हम कंप्यूटर पर इसी प्रकार निर्भर होते रहे तो वह दिन दूर नहीं, जब हम हर काम के लिए कम्प्यूटर पर आश्रित होंगे। यहाँँ तक कि अपने व्यक्तिगत कार्यकलापों को भी शायद बिना कम्प्यूटर के पूरा न करें।
अतः पूर्ण सावधानी, कुशल संचालन व विवेकपूर्ण प्रयोग ही इसका एकमात्र उपाय है।