रिपोर्ताज, गद्य काव्य, साक्षात्कार, महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

प्रश्न - 'रिपोर्ताज' किसे कहते हैं?

  • उत्तर - किसी घटना, परिदृश्य अथवा आयोजन का तथ्यपरक साहित्यिक विवरण 'रिपोर्ताज' कहलाता है। रोचक शैली, वर्णन की तथ्यपरकता तथा सजीव चित्रण रिपोर्ताज की प्रमुख विशेषताएँँ हैं।
प्रश्न - 'रिपोर्ताज' का अर्थ स्पष्ट कीजिए।

  • उत्तर - वह गद्य साहित्य, जिसमें किसी घटना का आँँखों देखा विवरण प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया हो, उसे 'रिपोर्ताज' कहते हैं। या किसी घटना के वास्तविक किन्तु साहित्यिक विवरण को रिपोर्ताज कहते हैं।
प्रश्न - हिन्दी के प्रमुख रिपोर्ताज लेखकों के नाम लिखिए।

  • उत्तर - हिन्दी के प्रमुख रिपोर्ताज लेखक विष्णु प्रभाकर प्रभाकर मचवे, कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर', प्रकाशचंद्र गुप्त, धर्मवीर भारती, विष्णुकान्त शास्त्री, रांगेय राघव आदि हैं।

 गद्य काव्य

प्रश्न - गद्य काव्य किसे कहते हैं? परिभाषा दीजिए।

  • उत्तर - गद्य काव्य गद्य एवं पद्य की मध्यवर्तिनी अवस्था है। इसमें गद्य एवं काव्य दोनों के प्रमुख गुण समाहित रहते हैं। इसकी आत्मा काव्य के निकट और बाह्म शरीर गद्य के निकट होता है। इसमें कविता जैसी संवेदनशीलता एवं रसात्मकता होती है। इसके वाक्य सरल और प्रभावपूर्ण होते हैं और अनुच्छेद छोटे। इसमें विचारों की सूत्रबद्धता कम होती है। भावनाओं की अभिव्यक्ति के समय इसकी भाषा स्वयं प्रभावमयी हो जाती है। 'नीव की ईट' गद्य काव्य एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

परिभाषा - ह्रदय की अनुभूतियों को काव्यात्मक शैली में गद्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाना 'गद्य काव्य' कहलाता है। इसे  गद्य - गीत भी कहते हैं। जैसे - राम कृष्ण दास द्वारा लिखित 'पागल पथिक'।
प्रश्न - हिन्दी के प्रमुख गद्य गीतकारों  के नाम लिखिए।

  • उत्तर - हिन्दी के प्रमुख के गद्य गीतकार हैं - राय कृष्णदास, रामवृक्ष बेनीपुरी, वियोगी हरि आदि।
प्रश्न - गद्य काव्य की प्रमुख विशेषताएं क्या है?

  • उत्तर - 'गद्य काव्य' में वैयक्तिक अनुभूतियों, काव्यात्मकता तथा भावुकता की प्रधानता होती है।

 साक्षात्कार

प्रश्न - 'भेंटवार्ता' की प्रमुख विशेषताएँँ क्या है?

  • उत्तर - भेंटवार्ता' की प्रमुख विशेषताएँँ हैं - प्रश्नोत्तर शैली, प्रश्न- कौशल, सजीव प्रस्तुतीकरण, रोचक भाषा आदि।
प्रश्न - प्रमुख भेंटवार्ताकारों के नाम लिखिए।

  • उत्तर - प्रमुख भेंटवार्ताकार हैं - राजेंद्र यादव, डॉ. पद्ममसिंह शर्मा 'कमलेश', लक्ष्मीचंद जैन, राजवीर आदि।
प्रश्न - भेंटवार्ता या साक्षात्कार किसे कहते हैं?

  • उत्तर - जब किसी महान विद्वान दार्शनिक साहित्यकार या राजनीतिकज्ञ से मिलकर धर्म, दर्शन, साहित्य या राजनीति आदि के विषय में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न किए जाते हैं और उनसे प्राप्त उत्तरों को संपादित किया या व्यवस्थित रूप में लिपिबद्ध कर लिया जाता है, तब उसे 'भेंटवार्ता' या 'साक्षात्कार' कहते हैं। इसे अंग्रेजी में 'इंटरव्यू' कहते हैं। यह भेंटवार्ता वास्तविक तथा काल्पनिक दोनों प्रकार की हो सकती है।
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