शौर्य और देश प्रेम

  पाठ — 6
शौर्य और देश — प्रेम
वीरों का कैसा हो वसंत (सुभद्राकुमारी चौहान)
  • 1 सभी दिशाएं क्या पूछ रहे हैं?
उत्तर सही दिशाएं यह पूछ रही है कि वीरों का बसंत कैसा होना चाहिए।
  • 2 किसके अंग अंग पुलकित हो रहे हैं?
उत्तर वसुधा के अंग पुलकित हो रहे हैं।
  • 3 वसंत के आने पर कौन तान भरने लगता है?
उत्तर बसंत के आने पर कोकिला तान भरने लगती है।
  • 4 कवि चट्टानों की छाती से क्या निकालने के लिए कह रहा है?
उत्तर कवि चट्टानों की छाती से दूध निकालने के लिए कह रहा है।
  • 5 कवि के अनुसार मनुष्य का भीतरी गुण क्या है?
उत्तर स्वतंत्रता मनुष्य का भीतरी गुण है।
  • 6 भ्रमरी किसका अभिनंदन करती है?
उत्तर भ्रमरी विजय व्यक्ति का अभिनंदन करती है।
 लघु उत्तरीय प्रश्न -
  • 1  'ए कुरुक्षेत्र! अब जाग जाग' से कवि का क्या आशय है?
उत्तर कवि का आशय है कि कुरुक्षेत्र, जो महाभारत का रण क्षेत्र था। जहाँँ वीर योद्धा हुए हैं जिन्होंने इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है। हे रणवीरों तुम उन अनुभवों से प्रेरणा ग्रहण करो और अपने में जोश का संचार करो।
  • 2 सिंहगढ का दुर्ग एवं हल्दीघाटी में किसकी याद छुपी है?
उत्तर सिंहगढ के दुर्ग एवं हल्दीघाटी में राणा सांगा और महाराणा प्रताप की याद छिपी हुई है। यहाँँ अकबर एवं महाराणा प्रताप के बीच युद्ध हुआ था। राजपूतों ने अपनी स्वतंत्रता के लिए युद्ध किया था।
  • 3 विजयी के सदृश्य बनने के लिए कवि क्या-क्या करने को कह रहा है?
उत्तर बिजली के सदस्य बनने के लिए कवि कह रहा है कि चट्टानों रूपी समस्याओं को नष्ट करके आगे बढ़ो। नदी के समान सिलाओ को पार करके आगे बढ़ो। योगियों के समान नहीं, विजय के सदृश्य जिओ। वैराग्य छोड़कर जीवन का आनंद उठाओ।
  • 4 स्वाधीन जगत् में कौन जीवित रह सकता है?
उत्तर कवि कहता है कि स्वतंत्रता व्यक्ति का भीतरी गुण है। जो जाति, घात - प्रतिघात सहते हुए भी अपनी अस्मिता व अस्तित्व को बनाए रखती है, वही स्वाधीन रह सकती है।
  • 5 जीवन की परिभाषा क्या है? कवि के विचारों को लिखिए।
 उत्तर जीवन  वीरता, स्वाभिमान, स्वतंत्रता का दूसरा नाम है, अर्थात यदि यह गुण है, तो जीवन है। जीवन एक तरंग है, गर्जन है जिसमें चपलता और चंचलता है।
  • 6 कवि ने वीरता के कौन से दो लक्षण बताए हैं?
उत्तर कवि के अनुसार वीरता के दो लक्षण हैं
  1. यदि स्वर में आग है, जोश है, तो वह वीरता की पहचान है।
  2. यदि दिल में जोश है, स्वाभिमान है, हर संकट से सामना करने का साहस है तो यह वीरता का लक्षण है।
 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
  • 1 कवियित्री वीरों के लिए किस तरह बसंत का आयोजन करना चाहती है?
 उत्तर कवियित्री वीरों के लिए एक ऐसे वसंत का आयोजन करना चाहती है, जहाँँ वीरों में अपनी स्वतंत्रता, स्वाभिमान की रक्षा हेतु सभी परिस्थितियों का सामना करने का साहस हो। नव युवक जोश, उत्साह से लबरेज हो। उनमें कर गुजरने की लगन हो, जो अपने अतीत के अनुभवों से प्रेरणा ग्रहण करके अपनी आन - शान की रक्षा कर सकें।
  • 2 वसंत उत्सव के लिए प्रेरक पंक्तियों का उल्लेख कीजिए।
  उत्तर बसंत उत्सव से संबंधित प्रेरक पंक्तियां निम्नलिखित है -
भर रही कोकिला इधर तान
 मारू बाजे पर उधर गान,
 है रंग और रण का विधान
 मिलने आये हैं आदि - अंत
वीरों का कैसा हो बसंत?
  • 3 जब अहं पर चोट लगती है, तब क्या प्रतिक्रिया होती है?
उत्तर  जब भी अहं पर चोट लगती है तब कुछ चीजें अहं से बड़ी जन्म लेते हैं। जब भी भीषण विपत्ति आती है, मनुष्य और अधिक दुघरर्ष बन जाता है। अहं पर चोट लगने पर व्यक्ति का स्व तिलमिला जाता है। वह बदला लेने के लिए कृत संकल्पित हो जाता है। मनुष्य और अधिक जुझारू बन जाता है।
  • प्रश्न स्वतंत्रता प्रेमी जाति के गुणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर - कवि कहता है कि स्वतंत्रता व्यक्ति का नैसर्गिक गुण है। वह व्यक्ति, अपनी जाति का स्वतंत्र अस्तित्व चाहता है। जो जाति, घात - प्रतिघात सहन करते हुए आगे बढ़ती जाती है, वही स्वतंत्र रह सकती है। स्वतंत्र जाति अपनी आन को छोड़कर कभी भी दूसरों के चरणों में सिर नहीं झुकाती है। वह अपनी अस्मिता बनाए रखती है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर 
  • निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक — एक शब्द में दीजिए — 
  1. 'वीरों का कैसा हो वसंत है? कविता में कौन — सा प्रधान रस है?  उत्तर - वीर
  2. भूषण किस रस के प्रसिद्ध कवि है?                                           उत्तर - वीर
  3. हल्दी घाटी का मैदान किस प्रदेश में है?                                    उत्तर - राजस्थान
  4. भ्रामरी किसका अभिनन्दन करती है?                                       उत्तर - वीरों का 
  5. सुभद्राकुमारी चौहान मूलत: किसकी कवियत्री है?                     उत्तर - वीर रस  

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